मुंबई, 5 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अमेरिका में अगर डोनाल्ड ट्रम्प फिर से राष्ट्रपति बनते हैं तो अमेरिका नाटो को छोड़ सकता है। ये कहना है अमेरिका के पूर्व NSA जॉन बोल्टन का। अमेरिकी मीडिया द हिल में लिखे एक आर्टिकल में उबोल्टन ने कहा, अपने पहले कार्यकाल में भी नाटो के अस्तित्व को ट्रम्प से खतरा था। अब अगर वो फिर से राष्ट्रपति बने तो हम जाहिर तौर पर संगठन से बाहर हो जाएंगे। उन्होंने कहा, ट्रम्प के खुद के कोई विचार नहीं हैं। जब वो राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर फैसले लेते हैं तो वो पॉलिसी के बारे में नहीं सोचते हैं। ट्रंप की विदेश नीति के फैसलों की प्रशंसा करने वाले रिपब्लिकन भी अमेरिकी विदेश नीति को नहीं समझते हैं।
बोल्टन ने यह भी कहा की, अगर अमेरिका में ट्रम्प की विदेश नीतियों के हिसाब से काम हुआ होता तो पिछले दशक में हम जिस मुकाम तक पहुंचे हैं, वहां कभी नहीं जा पाते। ऐसी कई चीजें हैं जिन्हें ट्रम्प ने ना चाहते हुए लागू किया और आज उन्हें उसका क्रेडिट दिया जा रहा है। बोल्टन के मुताबिक, ट्रम्प दूसरे देशों के साथ अमेरिका के रिश्तों को देश के हितों से जोड़ने की जगह अपने निजी रिश्तों के आधार पर देखते थे। बोल्टन ने ये भी खुलासा किया कि ट्रम्प नेगेटिव मीडिया कवरेज से बहुत डरते हैं। जब उनके किसी फैसले की वजह से चीजें खराब होने लगती हैं या उनके फैसलों की आलोचना होती है तो वो अपने ही फैसलों से दूर हो जाते हैं। वहीं, पूर्व NSA ने कहा, विदेशी लीडर्स, चाहे वो दोस्त हों या दुश्मन, सभी ज्यादातर ट्रम्प को एक घमंडी और अनुभवहीन नेता के तौर पर देखते थे जिसे कई जरूरी मुद्दों के बारे में जानकारी नहीं होती है। इन सब वजहों से उनके पहले कार्यकाल के वक्त भी रिस्क था और अगर भविष्य में वो दोबारा राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो फॉरेन पॉलिसी के मामले में देश पर खतरा बढ़ सकता है।