बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक कार्यक्रम के दौरान एक मुस्लिम महिला का हिजाब खींचने का मामला अब और तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना को लेकर देशभर में राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता इल्तिजा मुफ्ती ने नीतीश कुमार के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। इल्तिजा ने इस पूरे मामले को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी एक पोस्ट साझा की है, जिसमें उन्होंने अपनी शिकायत की जानकारी सार्वजनिक की है।
इल्तिजा मुफ्ती ने X पर लिखा कि उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ कोठी बाग पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने एक मुस्लिम महिला का नकाब जबरदस्ती हटाने की कोशिश की, जो न सिर्फ महिला की निजता का उल्लंघन है, बल्कि उसकी इज्जत पर भी हमला है। इल्तिजा ने अपनी पोस्ट के साथ पुलिस में दी गई शिकायत की कॉपी भी साझा की है, जिससे यह मामला और ज्यादा चर्चा में आ गया है।
शिकायत में क्या कहा इल्तिजा ने
अपनी शिकायत में इल्तिजा मुफ्ती ने लिखा है, “डियर सर, मैं आपका ध्यान एक घृणास्पद घटना की ओर खींचना चाहती हूं, जिससे मुस्लिम समुदाय, खासकर मुस्लिम महिलाओं को गहरा आघात पहुंचा है।” इसके आगे उन्होंने घटना का विवरण देते हुए कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान, तमाम लोगों की मौजूदगी में एक युवा मुस्लिम डॉक्टर के चेहरे से हिजाब खींचने की कोशिश की। इल्तिजा के अनुसार, यह कृत्य न केवल असंवेदनशील था, बल्कि एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के लिए बेहद शर्मनाक भी है।
इल्तिजा ने यह भी लिखा कि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान वहां मौजूद बिहार के उपमुख्यमंत्री और अन्य वरिष्ठ नेता हंसते नजर आए, जिससे यह मामला और भी गंभीर हो जाता है। उन्होंने कहा कि इस तरह का व्यवहार महिलाओं की गरिमा और धार्मिक स्वतंत्रता दोनों के खिलाफ है।
हिजाब और नकाब की खुलकर की वकालत
इस विवाद के बीच इल्तिजा मुफ्ती ने हिजाब और नकाब की खुलकर पैरवी की है। उन्होंने कहा कि किसी महिला का पहनावा उसकी व्यक्तिगत और धार्मिक स्वतंत्रता का हिस्सा है, और किसी को भी यह अधिकार नहीं है कि वह जबरदस्ती उसे हटाए। इल्तिजा ने यह भी कहा कि भारत जैसे लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष देश में इस तरह की घटनाएं चिंताजनक हैं और इससे अल्पसंख्यक समुदाय में असुरक्षा की भावना पैदा होती है।
उन्होंने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में जोर देकर कहा कि यह मामला सिर्फ एक महिला का नहीं, बल्कि सभी मुस्लिम महिलाओं की गरिमा और अधिकारों से जुड़ा है। इसी वजह से उन्होंने इसे कानूनी स्तर पर उठाने का फैसला किया।
बढ़ता जा रहा है सियासी विवाद
नीतीश कुमार के खिलाफ दर्ज कराई गई इस FIR के बाद मामला पूरी तरह राजनीतिक रंग ले चुका है। विपक्षी दल जहां मुख्यमंत्री के व्यवहार की आलोचना कर रहे हैं, वहीं जेडीयू और नीतीश कुमार के समर्थक इसे गलत तरीके से पेश किया गया मामला बता रहे हैं। हालांकि, इस पूरे विवाद पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से अभी तक कोई विस्तृत आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
इससे पहले भी इल्तिजा मुफ्ती अपने बयानों को लेकर चर्चा में रही हैं। हाल ही में उन्होंने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की एक टिप्पणी को लेकर तीखा हमला बोला था। X पर एक पोस्ट में इल्तिजा ने लिखा था, “इस आदमी के गंदे मुंह को साफ करने के लिए सिर्फ फिनाइल ही काम आएगा।” उनके इस बयान ने भी खासा विवाद खड़ा किया था।
आगे क्या होगा?
अब सभी की नजर इस बात पर टिकी है कि पुलिस इस शिकायत पर क्या कार्रवाई करती है और क्या यह मामला अदालत तक पहुंचता है। साथ ही, नीतीश कुमार और बिहार सरकार की ओर से इस पूरे प्रकरण पर क्या सफाई दी जाती है, यह भी अहम होगा। फिलहाल इतना तय है कि हिजाब को लेकर यह विवाद बिहार की राजनीति से निकलकर राष्ट्रीय बहस का हिस्सा बन चुका है।