मुंबई, 04 नवम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राजस्थान के देवस्थान विभाग के सचिव और IAS अधिकारी डॉ. समित शर्मा के खिलाफ सोशल मीडिया पर फर्जी मैसेज फैलाने के मामले में जयपुर के अशोक नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि फेक मैसेज बनाकर वॉट्सऐप ग्रुप्स में वायरल किया गया ताकि विभाग और अधिकारी की छवि को नुकसान पहुंचाया जा सके। पुलिस के अनुसार, देवस्थान विभाग के उप शासन सचिव आलोक कुमार सैनी (55) ने रिपोर्ट दर्ज करवाई। शिकायत में कहा गया है कि यह मामला 27 अक्टूबर को सचिवालय के कक्ष संख्या 4210 में हुई बैठक से जुड़ा है। मीटिंग के बाद कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने सचिव डॉ. समित शर्मा के नाम से एक झूठा और भ्रामक मैसेज तैयार किया, जिसे कई वॉट्सऐप ग्रुप्स पर फैलाया गया।
एफआईआर में आरोप है कि इस फेक संदेश में हिंदू देवी-देवताओं और पुजारियों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां की गईं, जिन्हें "सनातन राष्ट्र", "भागवत भक्ति", "टीम ब्राह्मण ऑफिसर्स" और "न्यूज मीडिया" जैसे वॉट्सऐप ग्रुप्स में वायरल किया गया। विभाग की ओर से स्पष्ट किया गया कि सचिवालय में हुई उस बैठक के दौरान ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया था। फर्जी मैसेज का मकसद डिपार्टमेंट और उसके सचिव की छवि धूमिल करना, जनता में भ्रम फैलाना और धार्मिक सौहार्द बिगाड़ना था। अशोक नगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। विभाग ने मांग की है कि इस फेक मैसेज को तैयार और प्रसारित करने वाले व्यक्तियों की जल्द पहचान की जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।