अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बने मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होगा. इस दिन रामलला का अभिषेक किया जाएगा. ऐसे में मन में यह सवाल आता है कि मंदिर के उद्घाटन के लिए 22 जनवरी की तारीख ही क्यों चुनी गई, कोई और तारीख क्यों नहीं चुनी गई? आइए जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब...
15 जनवरी से अनुष्ठान शुरू होंगे
श्री राम जन्मभूमि परिसर में चारों वेदों की सभी शाखाओं का पारायण और यज्ञ अनवरत चल रहा है। देश के सभी प्रांतों से मूर्धन्य वैदिक विद्वानों और यज्ञाचार्यों को इस अनुष्ठान में सम्मिलित होने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास द्वारा आमंत्रित किया जा रहा है।
यह अनुष्ठान… pic.twitter.com/nsCQFs193G
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) December 27, 2023
रामलला का अभिषेक समारोह मकर संक्रांति के एक दिन बाद 15 जनवरी से शुरू होगा। 22 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा के लिए शुभ तिथि है क्योंकि इस दिन मृगशिरा नक्षत्र, अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्ध योग का अनोखा संयोग बन रहा है।
एक हम हैं जो राम मन्दिर की झलकियाँ देख रहे हैं... न जाने कितने रामभक्तों ने इसकी एक झलक की खातिर अपने प्राण गवाँ दिये। pic.twitter.com/8v9Utvk5Cw
— Swatantra Dev Singh (@swatantrabjp) January 3, 2024
कब होगा रामलला का अभिषेक?
22 जनवरी को दोपहर 12.20 बजे रामलला का अभिषेक समारोह होगा. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे. इसके साथ ही देश के कोने-कोने से आमंत्रित साधु-संत, महामंडलेश्वर और कार सेवकों के परिजन भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.
टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष ने कहा कि पंचांग के अनुसार, मृगशिरा नक्षत्र 22 जनवरी को दोपहर 3:52 बजे शुरू होगा, जो 23 जनवरी को शाम 4:58 बजे समाप्त होगा। इस दौरान अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहे हैं, जो बेहद शुभ हैं। इसलिए इस दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी.
ट्रस्ट के मुताबिक, प्रतिष्ठा समारोह से पहले रामलला विशेष रथ पर सवार होकर पूरी अयोध्या की परिक्रमा करेंगे. कार्यक्रम काशी के विद्वानों की देखरेख में होगा।
15 अगस्त से 22 जनवरी की तुलना
श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से पहले श्री राम नाम महायज्ञ सरयू नदी के किनारे 14 जनवरी से प्रारम्भ हो जाएगा।
बोलो सियावर रामचंद्र की जय। जय श्री राम, जय गोविंदा 🙏https://t.co/14j69Mjp2S pic.twitter.com/AgZs5ZgK48
— Sinu Pradhan 🆇 (@sindhujugal) January 3, 2024
ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने 22 जनवरी की तुलना 15 अगस्त से करते हुए कहा कि 22 जनवरी 2024 का दिन भी 15 अगस्त 1947 जितना ही महत्वपूर्ण है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिर निर्माण को लेकर अयोध्या के लोगों में संतुष्टि का भाव है. उन्होंने कहा कि 1983 के बाद पूरे देश से लोग राम मंदिर से जुड़ने लगे. यह मंदिर पूरे देश के लिए सम्मान का विषय है।