चुनाव आयोग ने गुरुवार, 14 मार्च को अपनी वेबसाइट पर 2019 से खरीदे गए चुनावी बांड के बारे में जानकारी जारी की। यह सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित समय सीमा से एक दिन पहले हुआ। कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को 2019 से गुमनाम चुनावी बांड के खरीदारों का विवरण प्रदान करने का निर्देश दिया था। SC ने चुनाव आयोग को 15 मार्च तक इस डेटा को अपनी वेबसाइट पर साझा करने का भी निर्देश दिया था।
चुनावी बांड: 2014 से खरीदार कौन हैं?
अप्रैल 2019 और जनवरी 2024 के बीच, फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज और मेघा इंजीनियरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने सबसे अधिक चुनावी बांड खरीदे, जिनकी कीमत क्रमशः 1,368 करोड़ रुपये और 980 करोड़ रुपये थी। यह डेटा भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट से आता है।
शीर्ष निवेशक कौन हैं?
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा पोस्ट किए गए आंकड़ों के अनुसार, फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज और मेघा इंजीनियरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड 2019 से अब तक शीर्ष निवेशक हैं। फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज को 1,368 करोड़ रुपये की भारी रकम के साथ सबसे ज्यादा फंडिंग मिली, जबकि मेघा इंजीनियरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड 966 करोड़ रुपये की वैल्यू के साथ सूची में दूसरे स्थान पर है।
फ्यूचर गेमिंग का मालिक कौन है?
फ्यूचर गेमिंग का मालिक सैंटियागो मार्टिन है, जो दक्षिण भारतीय लॉटरी किंग के नाम से भी मशहूर है। उन्होंने अपना लॉटरी व्यवसाय तब शुरू किया जब वह सिर्फ 13 वर्ष के थे और अब उन्होंने देश भर में लॉटरी खरीदारों और विक्रेताओं का एक विशाल नेटवर्क बनाया है।
मेघा इंजीनियरिंग का मालिक कौन है?
वहीं, पीवी कृष्णा रेड्डी और पीपी रेड्डी के स्वामित्व वाली मेघा इंजीनियरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड बांध और बिजली परियोजनाएं बनाने में विशेषज्ञ है। हैदराबाद स्थित यह कंपनी सिंचाई, जल प्रबंधन, बिजली, परिवहन और बुनियादी ढांचे सहित विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत है।