छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां राज्य के हर हिस्से में चुनावी रैलियां कर रही हैं. इसके साथ ही राज्य निर्वाचन आयोग की टीम भी चुनाव की तैयारी कर रही है. राज्य में चुनाव कार्य में लगे पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों को राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. इसके अलावा आपातकालीन स्थिति में अधिकारी-कर्मचारी राजधानी रायपुर के 3 और राज्य के बाहर 2 निजी अस्पतालों में अपना इलाज करा सकेंगे।
स्वास्थ्य विभाग ने एक आदेश जारी किया है
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक चुनाव कार्य में तैनात कोई भी अधिकारी-कर्मचारी राज्य के किसी भी सरकारी अस्पताल, राजधानी रायपुर के 3 और राज्य के बाहर के 2 निजी अस्पतालों में अपना इलाज करा सकता है. निजी अस्पतालों में अधिकारी-कर्मचारी केवल आपात स्थिति में ही इलाज करा सकेंगे। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए चुनाव आयोग के निर्देशानुसार विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को ड्यूटी पर तैनात किया गया है. इसलिए, चुनाव कार्य में लगे सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को सरकारी अस्पतालों में मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
“वोट देबर जाबो जी, चुनई तिहार मनाबो जी”
लोकसभा निर्वाचन-2024 के दृष्टिगत भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार आज जिला @RaipurDistrict द्वारा रायपुर-कला केंद्र में मतदाता जागरूकता हेतु “स्वीप रसरंग”कार्यक्रम का आयोजन किया गया। pic.twitter.com/wQf8WZoD5v
— Chief Electoral Officer, Chhattisgarh (@CEOChhattisgarh) March 22, 2024
आप निजी अस्पतालों में भी इलाज करा सकते हैं
विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अगर सरकारी अस्पतालों में जरूरी सुविधाएं नहीं हैं या कोई आपात स्थिति है तो अधिकारी और कर्मचारी राज्य के भीतर और बाहर चयनित निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज करा सकते हैं. प्रदेश की राजधानी रायपुर में ऐसे अस्पतालों का चयन किया गया है, जिनमें श्री बालाजी हॉस्पिटल मोवा, रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल पचपेड़ी नाका और श्री नारायण हॉस्पिटल देवेन्द्र नगर रायपुर शामिल हैं। राज्य के बाहर के दो अस्पतालों का चयन किया गया है, जिनमें हैदराबाद का केयर अस्पताल और विशाखापत्तनम का अपोलो अस्पताल शामिल हैं।