जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपना लिया है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि पाकिस्तान को इस हमले की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी और पीड़ितों को न्याय मिलेगा। अब भारत बदले की कार्रवाई के लिए पूरी तरह से तैयार है और कई सैन्य विकल्पों पर गंभीरता से विचार कर रहा है, जिनमें एयर स्ट्राइक, सर्जिकल स्ट्राइक, मिसाइल अटैक और समुद्री नाकेबंदी जैसे कदम शामिल हैं।
भारतीय नौसेना को मिलेगी नई ताकत: राफेल-एम फाइटर जेट्स
भारत ने अपनी समुद्री शक्ति को और अधिक मजबूत बनाने के लिए फ्रांस के साथ बड़ा रक्षा सौदा करने की तैयारी कर ली है। सोमवार को भारत और फ्रांस के बीच भारतीय नौसेना के लिए 26 राफेल मरीन (राफेल-एम) फाइटर जेट खरीदने का सौदा तय हो जाएगा।
इन 26 फाइटर जेट्स में 22 सिंगल-सीटर और 4 ट्विन-सीटर ट्रेनिंग वर्जन शामिल हैं। ये जेट्स भारतीय नौसेना के विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य और स्वदेशी आईएनएस विक्रांत पर तैनात किए जाएंगे। इन अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों के शामिल होने से भारतीय नौसेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी, खासकर हिंद महासागर क्षेत्र में जहां चीन के प्रभाव को चुनौती देने की जरूरत है।
63,000 करोड़ रुपये का सौदा
भारतीय रक्षा मंत्रालय के अधिकारी और भारत में फ्रांसीसी राजदूत इस ऐतिहासिक हस्ताक्षर समारोह का नेतृत्व करेंगे। रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर सकते हैं, जबकि भारत और फ्रांस के रक्षा मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसमें शामिल होंगे।
इस रक्षा सौदे की कुल कीमत लगभग 63,000 करोड़ रुपये आंकी गई है। इससे पहले सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) ने इस सौदे को इस महीने की शुरुआत में मंजूरी दी थी। यह सौदा भारतीय नौसेना के आधुनिकीकरण के लिहाज से एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
CCS ने दी थी मंजूरी
9 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक में इस रक्षा सौदे को औपचारिक मंजूरी दी गई थी। इस सौदे से न केवल भारत की समुद्री ताकत बढ़ेगी, बल्कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्वतंत्र और खुले समुद्री मार्गों की सुरक्षा में भी भारत की भूमिका मजबूत होगी।
सूत्रों के अनुसार, हस्ताक्षर समारोह रक्षा मंत्रालय मुख्यालय साउथ ब्लॉक के बाहर आयोजित होने की संभावना है। फ्रांसीसी रक्षा मंत्री का समारोह में व्यक्तिगत रूप से शामिल होना तय था, लेकिन व्यक्तिगत कारणों से उनकी यात्रा रद्द हो गई। इसके बावजूद फ्रांसीसी पक्ष का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल इस महत्वपूर्ण समारोह में उपस्थित रहेगा।
भारत तैयार है मुंहतोड़ जवाब देने के लिए
पहलगाम हमले के बाद भारत ने न केवल कूटनीतिक मोर्चे पर पाकिस्तान को घेरने की रणनीति बनाई है, बल्कि सैन्य तैयारी भी तेज कर दी है। भारतीय नौसेना ने हाल ही में अरब सागर में अपने विध्वंसक पोत आईएनएस सूरत से मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। यह संदेश साफ है कि भारत किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
फिलहाल भारतीय वायुसेना के पास 36 राफेल फाइटर जेट्स हैं, जो अंबाला और हाशिमारा एयरबेस पर तैनात हैं। अब जब राफेल-एम जेट भारतीय नौसेना का हिस्सा बनेंगे, तो भारत की तीनों सेनाओं—थल, वायु और नौसेना—की समन्वित ताकत में भारी इजाफा होगा।
निष्कर्ष
पहलगाम हमले के बाद भारत का रुख पूरी तरह से बदल गया है। अब भारत केवल शब्दों में नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई से जवाब देने की तैयारी में है। राफेल-एम फाइटर जेट्स का सौदा इसी रणनीति का हिस्सा है, जो यह दिखाता है कि भारत अब आतंकवाद और उसे समर्थन देने वाले देशों के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने को तैयार है। आने वाले दिनों में पाकिस्तान को भारत के इन कदमों का असर साफ तौर पर दिखाई देगा।