हिन्दू धर्म में ज्येष्ठ मास का बहुत महत्व होता है। इस महीने में कई ऐसे पर्व और पर्व आते हैं जिनकी अपनी एक अलग ही मान्यता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान महादेव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। इस दिन व्रत रखने से महादेव और माता पार्वती की कृपा प्राप्त होती है। हिन्दू पंचांग के अनुसार हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस बार मासिक शिवरात्रि 17 मई 2023 रात 10 बजकर 28 मिनट से अगले दिन यानी 18 मई रात 9 बजकर 43 मिनट तक रहेगी। मासिक शिवरात्रि व्रत 17 मई, बुधवार को रखा जाएगा।
मासिक शिवरात्रि का महत्व:-
धार्मिक ग्रंथों में मासिक शिवरात्रि के व्रत को बेहद प्रभावशाली माना गया है। मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे और शुद्ध मन से शिवरात्रि का मासिक व्रत रखता है और पूरे विधि-विधान से महादेव की पूजा करता है, उसकी हर मनोकामना पूरी होती है। मान्यता के अनुसार जो लड़की अपना दिल जीतना चाहती है। उन्हें पूरे विधि-विधान से मासिक शिवरात्रि का व्रत करना चाहिए। ऐसा करने से उनकी शादी में कभी रुकावट नहीं आती है।
इस प्रकार करें मासिक रात्रि पूजा:-
मासिक शिवरात्रि के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं। उसके बाद किसी भी महादेव मंदिर में जाकर भगवान शिव और शिव परिवार की पूजा करें। रुद्राभिषेक जल, शहद, दूध, दही, शुद्ध घी, शक्कर आदि के मिश्रण से शिवलिंग का अभिषेक कर पूजा प्रारंभ करें। रुद्राभिषेक करने से महादेव अति प्रसन्न होते हैं। अब शिवलिंग पर धतूरा और बेलपत्र अर्पित करें। फिर फल और दीप दिखाकर महादेव की पूजा करें। पूजा के दौरान शिव स्तुति, शिव चालीसा और शिव श्लोक का जाप करें। व्रत रखने वाले फल खा सकते हैं। व्रती को उस दिन भोजन नहीं करना चाहिए। अगले दिन जरूरतमंद लोगों को पूजा अर्चना कर व्रत का पारण करें।