मुंबई, 09 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2020 में कोरोना महामारी के वक्त रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निजी इस्तेमाल के लिए कोविड टेस्टिंग किट भेजी थी। अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के पत्रकार बॉब वुडवर्ड ने अपनी किताब 'वॉर' में इसका खुलासा किया है। किताब के मुताबिक, पुतिन को तब डर था कि वे इस वायरस का शिकार हो सकते हैं। इस मदद के बाद पुतिन ने ट्रम्प को आगाह भी किया था कि वे इस बात को सीक्रेट ही रखें, क्योंकि अगर लोगों को इस बात का पता चला तो वे अमेरिकी राष्ट्रपति से बेहद नाराज हो जाएंगे। हालांकि, ट्रम्प के चुनावी कैंपेन की टीम ने इस दावे को खारिज कर दिया है। उन्होंने वुडवर्ड की किताब को 'कचरा' कहा है। 15 अक्टूबर को रिलीज होने वाली इस किताब में ट्रम्प के राष्ट्रपति पद से हटने के बाद भी उनके और पुतिन के बीच कई बार बातचीत होने का दावा किया गया है।
तो वहीं, न्यूयॉर्क टाइम्स ने किताब के हवाले से बताया कि ट्रम्प ने अपने एक सहयोगी को फ्लोरिडा स्थित अपने आवास मार-ए-लागो से निकाला दिया था, ताकी वे पुतिन से बात कर पाएं। ट्रम्प के साथ काम करने वाले एक शख्स के हवाले से बताया गया कि 2021 में पूर्व अमेरिका राष्ट्रपति के व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद से उन्होंने पुतिन से करीब 6 बार बात की है। हालांकि, रूसी राष्ट्रपति के ऑफिस क्रेमलिन ने बुधवार को इस दावे को नकार दिया। वु़डवर्ड के दावों पर ट्रम्प के चुनावी कैंपेन के प्रवक्ता ने कहा, "वह एक गुस्सैल आदमी है और इस बात से नाराज है कि ट्रम्प उन पर केस किया है। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने बिना इजाजत ट्रम्प से जुड़ी बातें लीक की हैं।"
दरअसल, ट्रम्प ने 2021 में वुडवर्ड को उनकी किताब 'रेज' के लिए एक इंटरव्यू दिया था। लेकिन बाद में ट्रम्प ने यह कहकर उस पर केस दर्ज कराया था कि उन्होंने इंटरव्यू से जुड़ी रिकॉर्डिंग करने को रिलीज कर दिया, जिसकी उन्हें इजाजत नहीं दी गई थी। वहीं, राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प को टक्कर दे रहीं कमला हैरिस ने मंगलवार को एक इंटरव्यू के दौरान वुडवर्ड की नई किताब का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह किताब इस बात का सबसे ताजा उदाहरण है कि ट्रम्प किस तरह के शख्स हैं।