पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में लोगों को राशन की कमी का सामना करना पड़ रहा है. प्रदर्शनकारियों की लगातार पुलिस और सेना से झड़प हो रही है. बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में एक पुलिस अधिकारी शहीद हो गया है. वहीं, 100 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. आटे की कमी, बढ़ती कीमतें और बिजली की कमी को लेकर लोग लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जिसके बाद यहां सेना भी तैनात कर दी गई है. तनाव कम होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है. कथित तौर पर दुकानें बंद हैं और सड़कों पर यातायात रुक गया है। मीरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कामरान अली के अनुसार, रैली के लिए लोगों की भीड़ पुंछ और कोटली से गुजर रही थी। इस्लामगढ़ शहर के एक थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर अदनान कुरेशी को किसी ने गोली मार दी. सीने पर गोली लगने से उनकी मौत हो गई. यह विरोध जम्मू कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी (जेएएसी) की ओर से जताया जा रहा है.
मार्च को देखते हुए पुलिस ने मुजफ्फराबाद और मीरपुर के कई इलाकों में छापेमारी की. यहां से करीब 70 जेएमसी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है. दड़ियाल में भी पुलिस के साथ कई बार झड़प हो चुकी है. पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद में शुक्रवार को भी हड़ताल जारी रही. जिसके बाद लोगों ने पुलिस और सेना पर पथराव कर दिया. लेकिन शांति लाने की कोशिशें जारी हैं. अधिकारियों ने राजधानी की ओर जाने वाली सभी सड़कें बंद कर दी हैं. मिट्टी के ढेर से वाहनों की आवाजाही बाधित हो रही है। कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एसएसपी यासीन बेग ने बताया कि पुलिस की गोली से एक लड़का घायल हुआ है.
पुलिस पर लगातार फायरिंग
लोगों ने पुलिस पर फायरिंग भी की, जिसमें एक सिपाही को गोली लग गयी. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसके जवाब में आंसू गैस के गोले छोड़े गए. कोटली के एसएसपी मीर मुहम्मद आबिद ने कहा कि कुछ अपराधी आम लोगों की आड़ में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए हैं. हमले में अब तक 78 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो चुके हैं. कोटली अस्पताल ने बताया कि 59 पुलिसकर्मी और 9 नागरिक घायल हुए हैं. एसएसपी आबिद ने बताया कि डोलियान जट्टान इलाके में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. उन पर जानलेवा हमला किया गया है. कहा जा रहा है कि सरकार लगातार जेएमसी से बात कर रही है. अब तक की बातचीत सकारात्मक रही है.