एक प्रमुख भारतीय एथलीट को अपने पहले दौर के मैच में जीत के बाद बड़ा झटका लगा है। बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) ने खिलाड़ी की जीत को अमान्य घोषित कर दिया है। नतीजतन, इस शीर्ष शटलर को अब अपने ग्रुप स्टेज मैच को फिर से खेलना होगा। पुरुष एकल वर्ग में प्रतिस्पर्धा कर रहे लक्ष्य सेन ने ग्वाटेमाला के केविन कॉर्डन के खिलाफ अपने पहले ग्रुप स्टेज मैच में 21-8 और 22-20 के स्कोर के साथ जीत के साथ अपने अभियान की जोरदार शुरुआत की।
खेल के दौरान, लक्ष्य सेन के प्रतिद्वंद्वी केविन कॉर्डन की कोहनी में चोट लग गई। इस चोट के कारण, ग्वाटेमाला के खिलाड़ी को पेरिस ओलंपिक 2024 से हटना पड़ा है। नतीजतन, उनके शेष दो ग्रुप-स्टेज मैच नहीं खेले जाएँगे। कॉर्डन की चोट के कारण उनके पहले मैच को भी रिकॉर्ड से 'हटा' दिया गया है। बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) के सामान्य प्रतियोगिता नियमों के अनुसार, जब कोई खिलाड़ी ग्रुप चरणों के दौरान बाहर हो जाता है, तो उसके सभी पिछले और भविष्य के मैच रद्द हो जाते हैं। नतीजतन, लक्ष्य सेन की कड़ी मेहनत से मिली जीत, जिसने उन्हें शुरू में 1 अंक दिलाया था, अब मायने नहीं रखती, जिससे उनके अंकों की संख्या 0 रह गई है। अब ग्रुप में चार खिलाड़ी से तीन खिलाड़ी रह गए हैं।
सेन की उन्नति की राह
पेरिस ओलंपिक 2024 में लक्ष्य सेन की संभावनाएँ अब 29 जुलाई को बेल्जियम के जोएल कैरागी और 30 जुलाई को इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी के खिलाफ़ होने वाले ग्रुप एल के आखिरी दो मैचों पर निर्भर हैं। अगले दौर में जाने के लिए, सेन को अपने ग्रुप में शीर्ष पर रहने के लिए दोनों मैच जीतने होंगे।
लक्ष्य सेन अपने पहले ओलंपिक खेलों में भाग ले रहे हैं और भारतीय बैडमिंटन में शीर्ष युवा प्रतिभाओं में से एक हैं। वह पुरुष एकल में मौजूदा राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता हैं और उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता है। उन्होंने 2022 में भारत को थॉमस कप जीतने में भी मदद की और वह ऑल-इंग्लैंड ओपन के फाइनल में पहुंचने वाले सिर्फ चार भारतीय पुरुषों में से एक हैं।