भारतीय क्रिकेट के गलियारों में इन दिनों एक ऐसी खबर चर्चा में है जिसने खेल प्रेमियों को चौंका दिया है। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के स्टार गेंदबाज यश दयाल पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। जयपुर की एक विशेष पॉक्सो (POCSO) कोर्ट ने क्रिकेटर की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया है, जिससे उनकी कानूनी मुश्किलें और अधिक बढ़ गई हैं।
यश दयाल मामला: जमानत याचिका खारिज और गंभीर आरोप
24 दिसंबर 2025 को जयपुर महानगर प्रथम की पॉक्सो कोर्ट नंबर-3 की न्यायाधीश अलका बंसल ने यश दयाल की अग्रिम जमानत अर्जी पर सुनवाई की। कोर्ट ने कड़ा रुख अपनाते हुए याचिका को खारिज कर दिया।
1. कोर्ट की टिप्पणी और सबूत
अदालत ने अपने फैसले में स्पष्ट किया कि अब तक की पुलिस जांच और पीड़ित पक्ष द्वारा पेश किए गए साक्ष्यों को देखते हुए यह नहीं कहा जा सकता कि आरोपी को झूठा फंसाया गया है। जज ने माना कि मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी से हिरासत में पूछताछ (Custodial Interrogation) जरूरी हो सकती है। हालांकि, यश दयाल के पास अभी राजस्थान हाई कोर्ट में अपील करने का विकल्प शेष है।
2. क्या है पूरा मामला?
यह विवाद जुलाई 2025 में तब शुरू हुआ जब जयपुर के सांगानेर सदर पुलिस स्टेशन में एक युवती ने यश दयाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
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मुलाकात: पीड़िता के अनुसार, वह खुद एक उभरती हुई क्रिकेटर है और उसकी मुलाकात यश दयाल से 2023 में हुई थी। उस वक्त वह नाबालिग (17 वर्ष) थी।
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आरोप: शिकायत में आरोप लगाया गया है कि यश ने उसे क्रिकेट करियर में मदद दिलाने और शादी का झांसा देकर भावनात्मक रूप से फंसाया।
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घटनाक्रम: पीड़िता का दावा है कि 2023 में पहली बार जयपुर के सीतापुरा स्थित एक होटल में उसका यौन शोषण किया गया और यह सिलसिला करीब दो साल तक चला।
3. आरसीबी का भरोसा और आईपीएल 2026
एक तरफ जहाँ यश दयाल कानूनी भंवर में फंसे हैं, वहीं दूसरी तरफ रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने उन पर अपना भरोसा बरकरार रखा है।
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रिटेंशन: आईपीएल 2024 में 5 करोड़ रुपये में खरीदे गए यश दयाल ने टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया था। इसी प्रदर्शन के आधार पर आरसीबी ने उन्हें IPL 2026 के लिए रिटेन (Retain) किया है।
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अनिश्चितता: यदि कानूनी कार्यवाही लंबी खिंचती है या गिरफ्तारी होती है, तो उनके आगामी सीजन में खेलने पर बड़ा प्रश्नचिह्न लग सकता है। फिलहाल यश क्रिकेट के मैदान से दूर हैं और अपनी कानूनी टीम के साथ बचाव की तैयारी में जुटे हैं।
4. करियर पर संकट के बादल
यश दयाल का करियर पिछले कुछ वर्षों में काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। रिंकू सिंह के खिलाफ एक ओवर में पांच छक्के खाने के बाद उन्होंने जिस तरह से वापसी की और आरसीबी के मुख्य गेंदबाज बने, वह काबिले तारीफ था। लेकिन, पॉक्सो जैसे गंभीर कानून (जो नाबालिगों के संरक्षण के लिए है) के तहत दर्ज मामला उनके करियर को पूरी तरह बर्बाद कर सकता है।
निष्कर्ष
पॉक्सो एक्ट के तहत लगने वाले आरोप गैर-जमानती और अत्यंत गंभीर प्रकृति के होते हैं। यश दयाल के लिए आने वाले कुछ सप्ताह बेहद चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं। खेल जगत की नजरें अब हाई कोर्ट के रुख और जयपुर पुलिस की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।