मुंबई, 22 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) शौचालय में फोन का इस्तेमाल करना एक आम आदत है, लेकिन अध्ययनों से पता चलता है कि यह आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास साउथवेस्टर्न मेडिकल सेंटर के कोलन सर्जन डॉ. लाई झू बताते हैं कि शौचालय में लंबे समय तक रहने से बवासीर का खतरा बढ़ सकता है और श्रोणि की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं। स्टोनी ब्रुक मेडिसिन की डॉ. फराह मोनजोर बाथरूम में जाने का समय 5-10 मिनट तक सीमित रखने और स्वस्थ दिनचर्या बनाए रखने के लिए फोन को बाहर छोड़ने की सलाह देती हैं।
शौचालय की सीटों का डिज़ाइन स्वास्थ्य समस्याओं में योगदान देता है। उनका खुला अंडाकार आकार कमर पर दबाव डालता है जबकि गुरुत्वाकर्षण निचले शरीर को प्रभावित करता है, जिससे मलाशय क्षेत्र में दबाव बढ़ जाता है। इससे गुदा के आसपास रक्त वाहिकाओं और नसों में सूजन हो सकती है, जिससे बवासीर का खतरा बढ़ जाता है। बहुत देर तक बैठने से पीठ और श्रोणि की मांसपेशियों पर भी दबाव पड़ता है, जिससे संभावित रूप से बवासीर और मस्कुलोस्केलेटल समस्याओं जैसी अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
कैलिफोर्निया स्थित गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. लांस उराडोमो शौचालय में फोन, पत्रिकाएँ या किताबें जैसी विकर्षणों से बचने की सलाह देते हैं। यदि आपको मल त्यागने में कठिनाई हो रही है, तो वे 10 मिनट से अधिक समय तक जोर न लगाने की सलाह देते हैं। थोड़ी देर टहलना आंत्र की मांसपेशियों को उत्तेजित करने में मदद कर सकता है, जिससे पाचन में सहायता मिलती है। स्वस्थ मल त्याग के लिए फाइबर और पानी से भरपूर आहार बहुत ज़रूरी है।
नेशनल एकेडमी ऑफ़ मेडिसिन प्रतिदिन 2.7 से 3.7 लीटर पानी पीने और प्रति 1,000 कैलोरी में 14 ग्राम फाइबर लेने का सुझाव देता है। लगातार कब्ज या लंबे समय तक शौचालय का उपयोग कोलोरेक्टल कैंसर जैसी गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकता है, जो युवाओं को तेज़ी से प्रभावित कर रहा है। वृद्धि से बृहदान्त्र में रुकावट मल त्यागने में कठिनाई, कब्ज और यहाँ तक कि रक्तस्राव का कारण बन सकती है।
यदि लक्षण तीन सप्ताह से अधिक समय तक बने रहते हैं, तो चिकित्सा सलाह लेना आवश्यक है। स्वस्थ शौचालय दिनचर्या को बनाए रखने में हाइड्रेटेड रहना, फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाना और लंबे समय तक बैठने से बचना शामिल है। इन प्रथाओं को अपनाने से बेहतर पाचन और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हुए अनावश्यक स्वास्थ्य जोखिमों को रोका जा सकता है।