मुंबई, 20 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। केंद्र सरकार ने UGC-NET की परीक्षा रद्द कर दी थी। यह परीक्षा इसके एक दिन पहले 18 जून को ही आयोजित की गई थी। गुरुवार को एजुकेशन मिनिस्ट्री के जॉइंट सेक्रेटरी गोविंद जयसवाल ने कहा कि हमें UGC-NET में गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिली थी, बल्कि स्टूडेंट के हितों को सुरक्षित रखने के लिए हमने खुद से संज्ञान लिया है। जयसवाल ने कहा कि हमें एग्जाम में गड़बड़ी होने के इनपुट्स मिले थे, जिसके आधार पर हमने इसे रद्द करने का फैसला लिया। इसकी डिटेल हम सार्वजनिक नहीं कर सकते हैं। मामले की जांच CBI को सौंप दी गई है। अब जल्द ही रीएग्जाम की तारीख का ऐलान किया जाएगा। उधर, कांग्रेस ने PM मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि PM हर साल परीक्षा पे चर्चा का ग्रैंड तमाशा करते हैं, लेकिन इसके बावजूद बिना लीक या फ्रॉड के एक एग्जाम नहीं आयोजित करवा सकते। कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI ने दिल्ली में परीक्षा रद्द होने को लेकर प्रदर्शन भी किया।
तो वहीं, UCG-NET एग्जाम रद्द होने पर कांग्रेस ने एक्स पर कहा, मोदी सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। कल देश के विभिन्न शहरों में UGC-NET की परीक्षा कराई गई। आज पेपर लीक के शक में परीक्षा रद्द कर दी गई। पहले NEET का पेपर लीक हुआ और अब UGC-NET का, मोदी सरकार- 'पेपर लीक सरकार' बन गई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, भाजपा सरकार का लीकतंत्र व लचरतंत्र युवाओं के लिए घातक है। NEET परीक्षा में हुए घपले की खबरों के बाद अब 18 जून को हुई NET की परीक्षा भी गड़बड़ियों की आशंका के चलते रद्द की गई। क्या अब जवाबदेही तय होगी? क्या शिक्षा मंत्री इस लचरतंत्र की जिम्मेदारी लेंगे? आम आदमी पार्टी ने एक्स पर लिखा, BJP की निक्कमी सरकार में एक भी परीक्षा बिना धांधली और पेपर लीक के संपन्न नहीं हो रही है। इस सरकार से देश के भविष्य को बड़ा नुकसान हो रहा है। देश के करोड़ों छात्र हर रोज निराशा के अंधकार में डूब रहे हैं।
आपको बता दें, UGC NET की परीक्षा 83 सब्जेक्ट्स में हुई थी। एग्जाम एक ही दिन 2 शिफ्टों में हुआ था। पहली शिफ्ट सुबह 9.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक थी और दूसरी शिफ्ट दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक थी। UCG के अध्यक्ष एम. जगदीश कुमार ने बताया था कि देश के 317 शहरों में परीक्षा हुई थी। 11.21 लाख से अधिक पंजीकृत अभ्यर्थियों में से लगभग 81% उपस्थित हुए थे। इससे पहले UGC NET का एग्जाम ऑनलाइन CBT यानी कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट होता था। ये बदलाव इसलिए किया गया, ताकि सभी सब्जेक्ट्स और सभी सेंटर्स पर एग्जाम एक ही दिन में आयोजित किया जा सके। साथ ही दूर-दराज के सेंटर्स में भी एग्जाम आयोजित हो सकें। UGC NET एग्जाम देशभर की यूनिवर्सिटीज में PhD एडमिशन्स, जूनियर रिसर्च फेलोशिप यानी JRF और असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए होता है।
उधर, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA पहले से ही NEET UG 2024 विवाद को लेकर आरोपों से घिरी है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने NTA को दो हफ्तों का नोटिस भी जारी किया है। इसकी अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी। 11 जून को सुप्रीम कोर्ट ने स्टूडेंट शिवांगी मिश्रा और 9 अन्य छात्रों की याचिका पर सुनवाई की थी। इसे रिजल्ट की घोषणा से पहले 1 जून को दायर किया गया था। कैंडिडेट्स ने बिहार और राजस्थान के एग्जाम सेंटर्स पर गलत क्वेश्चन पेपर्स बंटने के चलते हुई गड़बड़ी की शिकायत की थी और परीक्षा रद्द कर SIT जांच की मांग की गई थी। हालांकि, SC ने NEET काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था और NTA को नोटिस जारी किया था। कोर्ट ने NEET UG 2024 में पेपर लीक, ग्रेस मार्किंग सहित अन्य गड़बड़ियों पर सवाल उठाए थे। जस्टिस विक्रमनाथ और जस्टिस ए. अमानुल्लाह की पीठ ने कहा था कि परीक्षा की पवित्रता प्रभावित हुई है, हमें जवाब चाहिए। नोटिस में बेंच ने केंद्र और परीक्षा कराने वाली एजेंसी NTA से 4 हफ्ते में जवाब मांगा था।