मुंबई, 15 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। उत्तराखंड के बद्रीनाथ हाईवे पर एक टैंपो ट्रैवलर बेकाबू होकर अलकनंदा नदी में गिर गया। हादसे में 14 पर्यटकों की मौत हो गई, जबकि 12 घायल हैं। 7 गंभीर घायलों को हेलिकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया है। ट्रैवलर में 26 यात्री सवार थे। सभी बद्रीनाथ दर्शन के लिए जा रहे थे। पर्यटक नोएडा और दिल्ली के हैं। हादसे की वजह ड्राइवर को झपकी लगना बताया जा रहा है। हालांकि अब तक इस पर प्रशासन का आधिकारिक बयान नहीं आया है। हादसा जहां हुआ, वह ऑल वेदर हाईवे है। ट्रैवलर बाउंड्री तोड़ते हुए करीब 660 फीट (200 मीटर) से ज्यादा नीचे खाई में जा गिरा। नदी का किनारा होने के चलते अलकनंदा के तेज बहाव में ट्रैवलर बहा नहीं। घटनास्थल के नजदीक ही रेलवे प्रोजेक्ट का काम चल रहा है। 3 मजदूर लोगों को बचाने नदी में कूदे। इनमें से 2 वापस आ गए, लेकिन 1 की मौत हो गई।
तो वहीं, पुलिस ने बताया कि ट्रैवलर हरियाणा नंबर का है। दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले पर्यटकों ने इसकी बुकिंग कराई थी। शुक्रवार शाम को यह दिल्ली से रवाना हुए। रातभर ट्रैवलर चलता रहा। मृतकों की शिनाख्त अभी नहीं हो पाई है। शुरुआती जांच में ड्राइवर को झपकी आने के चलते हादसा होने की आंशका है, क्योंकि घटना के वक्त हाईवे पर ज्यादा ट्रैफिक नहीं था। डीएम गढ़वाल ने सीएम के आदेश पर हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। इसमें ट्रैवलर की भी जांच की जा रही है। प्रधानमंत्री राहत कोष से मरने वालों के परिजन को 2-2 लाख रुपए और घायलों के लिए पचास-पचार हजार रुपए देने का ऐलान किया गया है। PM नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर दुख जताया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। गंभीर रूप से घायलों को 40-40 हजार और सामान्य घायलों को 10-10 हजार की आर्थिक सहायता देने के भी निर्देश दिए हैं। मृतकों में उत्तर प्रदेश के 3 लोग शामिल हैं। इनमें सोनभद्र की रहने वाली स्मृति शर्मा (28), प्रतापगढ़ की मोहनी पांडेय (27), स्मृति त्रिपाठी हैं। वहीं, उत्तराखंड के खटीमा की रहने वाली निकिता भट्ट और बृजेश बिष्ट भी मृतकों में शामिल हैं।