मुंबई, 06 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। जम्मू कश्मीर के पुंछ में बीते दिनों एयरफोर्स के काफिले पर हमला हुआ था, जिसमें 1 जवान कॉर्पोरल विक्की पहाड़े शहीद हो गए थे और 4 अन्य जवान घायल हो गए थे। जिसके बाद सेना ने हमले में शामिल आतंकियों के स्कैच जारी किए हैं। साथ ही उन पर 20 लाख के इनाम का ऐलान भी किया है। इसी हमले के सिलसिले में पुलिस ने पूछताछ के लिए करीब 20 लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं पुंछ के डन्ना टॉप, शाहस्टार, शिंद्रा और सनाई टॉप इलाकों में बड़े पैमाने पर घेराबंदी और तलाशी अभियान तीसरे दिन भी जारी है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व DGP एसपी वैद्य ने कहा, राजौरी-पुंछ जिलों में आतंकियों की सक्रियता चिंता बढ़ाने वाली बात है। बीते एक साल में इन्हीं दो जिलों के 120 किमी के दायरे में 7 आतंकी हमले हुए हैं। इनमें से 3 हमले जवानों के काफिले पर हुए हैं। इन हमलों में सुरक्षा चूक की बात से इनकार नहीं कर सकते हैं। सेना के मूवमेंट की ड्रोन से निगरानी होनी चाहिए। दोनों जिलों से बॉर्डर करीब 30 किमी दूर है। यह पूरा इलाका ऊंचे पहाड़, घने जंगलों वाला है। कश्मीर की सीमा पर बिजली की बाड़ लगने के बाद आतंकी जम्मू रीजन में शिफ्ट हुए हैं। 2022 तक राजौरी-पुंछ दोनों में शांति थी, लेकिन अब आतंकी यहीं सबसे ज्यादा सक्रिय हैं। एसपी वैद्य ने कहा, राजौरी 2630 तो पुंछ 1674 वर्ग किमी का क्षेत्र है। यहां सेना की अच्छी पहुंच भी है, बॉर्डर पर निगरानी की कई तकनीकें हैं, बावजूद इसके इन्हीं इलाकों से बार-बार घुसपैठ हो रही है। 2023 में यहां 25 आतंकी मारे गए, जबकि इनसे लड़ते हमारे 20 जवान शहीद हो गए।