मुंबई, 11 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपने सोशल मीडिया बायो (X) से "मोदी का परिवार" हटाने की अपील की है। प्रधानमंत्री ने मंगलवार को एक्स पर पोस्ट में लिखा, मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वे मोदी का परिवार अपने नाम के आगे से हटा लें। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पटना में 3 मार्च को महागठबंधन की रैली में RJD चीफ लालू यादव ने कहा था- पीएम मोदी आजकल परिवारवाद पर हमला करते हैं। मैं पूछता हूं कि तुम बताओ कि तुम्हारी कोई संतान क्यों नहीं हुई। उनके पास परिवार ही नहीं है। वो हिंदू नहीं है। हिंदू अपनी मां के श्राद्ध में दाढ़ी-बाल बनवाता है। पीएम की माता जी का जब देहांत हुआ तो उन्होंने बाल-दाढ़ी क्यों नहीं बनवाया।
दरअसल, मोदी ने तेलंगाना में लालू यादव के 'परिवार' वाले बयान का जवाब दिया था। उन्होंने कहा था, इन्हें बताना चाहता हूं कि मेरा देश, 140 करोड़ देशवासी मेरा परिवार हैं। मैं जब भी परिवारवाद की राजनीति की बात करता हूं, तो विपक्ष के लोग कहते हैं कि मोदी का तो कोई परिवार ही नहीं है। उन्होंने कहा कि देशवासियों के लिए बचपन में घर छोड़ा था, इन्हीं के लिए जीवन खपा दूंगा। पीएम की स्पीच के कुछ देर बाद ही भाजपा नेताओं ने अमित शाह, जेपी नड्डा, स्मृति ईरानी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, शिवराज सिंह चौहान और किरेन रिजिजू जैसे बड़े नेताओं ने प्रोफाइल नेम चेंज कर दिया। इसके बाद भाजपा नेताओं ने अपने X प्रोफाइल पर नाम के आगे 'मोदी का परिवार' लिखना भी शुरू कर दिया था। 6 मार्च को भाजपा ने मैं हूं मोदी का परिवार कैंपेन लॉन्च कर दिया। पार्टी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, हर किसी से अपनापन, हर किसी से सरोकार तभी तो 140 करोड़ देशवासी हैं, पीएम मोदी का परिवार।
तो वहीं, बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा था, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए पूरा देश उनका परिवार है। जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, वह सीमा पर सैनिकों के साथ दिवाली मनाते हैं। वे उनका परिवार हैं। जब उन्होंने अपने देश के लिए खुद को समर्पित करने के लिए अपने परिवार को छोड़ा, उसी क्षण उन्होंने प्रतिज्ञा की, पूरा देश उनका परिवार है। INDI गठबंधन के लिए कोई हिंदू नहीं हैं। उन्होंने हिंदुओं को पिछड़े, दलित, 'सवर्ण', उत्तर भारतीय, दक्षिण भारतीय, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, मराठी, पंजाबी, बंगाली और यहां तक की हिंदी में बांट रखा है, क्योंकि वे भारत को टुकड़ों में देखना चाहते हैं। एक परिवार ने राजनीति में आने के लिए देश को विभाजित किया और आज, वे उन लोगों के साथ खड़े हैं जो भारत को विभाजित करना चाहते हैं ताकि उन्हें देश के कम से कम एक हिस्से पर शासन करने का मौका मिल सके।