मुंबई, 17 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। गृहमंत्री अमित शाह ने न्यूज एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में कहा, केजरीवाल प्रचार के लिए जब भी जहां भी जाएंगे, लोगों को शराब घोटाला याद आएगा। कई लोगों को तो बड़ी बोतल दिखेगी।
शाह के इंटरव्यू में और क्या क्या कहा -
सवाल: विपक्ष आरोप लगा रहा है कि PM मोदी और भाजपा उत्तर और दक्षिण भारत का विभाजन कर रही है।
अमित शाह: अगर कोई कहता है कि ये अलग देश है, तो यह बहुत आपत्तिजनक है। इस देश का अब कभी भी विभाजन नहीं हो सकता है। कांग्रेस पार्टी के एक कद्दावर नेता ने उत्तर और दक्षिण भारत को विभाजित करने की बात कही और कांग्रेस पार्टी इससे इनकार नहीं करती।
सवाल: क्या भाजपा के पास बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंचने की स्थिति में कोई प्लान बी है?'
अमित शाह: प्लान बी तभी बनाने की जरूरत है जब प्लान ए के सफल होने की 60% से कम संभावना हो। मुझे यकीन है कि प्रधानमंत्री मोदी प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आएंगे।
सवाल: ओडिशा में CM नवीन पटनायक पर PM मोदी हमले कर रहे हैं। नवीन पटनायक भी पलटवार कर रहे हैं।
अमित शाह: किसी भी नेता द्वारा बयान हालिया स्थिति को देखते हुए किया जाता है। PM ने मौजूदा स्थिति को देखकर ही बयान किया है। मेरा भी मानना है कि वहां सरकार बदलने जा रही है।
सवाल: केजरीवाल ने कहा था अगर आप मुझे वोट देंगे तो मुझे जेल नहीं जाना पड़ेगा, उनकी जमानत पर आप क्या कहना चाहेंगे?
अमित शाह: अगर उन्होंने ऐसा कहा है तो इससे बड़ी सुप्रीम कोर्ट की अवमानना नहीं हो सकती। क्या सुप्रीम कोर्ट जीत और हार के आधार पर गुनाह का निर्णय करेगा? मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, लेकिन जिस तरह से AAP, कुछ मीडिया समूह और ज्यादातर पत्रकार इसको केजरीवाल की जीत मान कर चल रहे हैं। मैं इसे थोड़ा स्पष्ट करना चाहूंगा। यह क्लीन चिट नहीं है। आरोप पत्र अभी भी सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष है, यदि उन्हें अरविंद केजरीवाल इतना भरोसा था, तो सत्र न्यायालय में अपील करते कि मेरे खिलाफ चार्ज ही गलत है।
सवाल: विपक्ष आर्टिकल 370 पर सवाल उठा रहा है।
अमित शाह: जो लोग अनुच्छेद 370 पर सवाल उठाते हैं, मैं उनसे कहना चाहूंगा कि वहां मतदान 40% पार कर गया, अनुच्छेद 370 (हटाने) की इससे बड़ी सफलता नहीं हो सकती। शांतिपूर्ण मतदान बताता है कि बदलाव हुआ है। पूरे INDI गठबंधन का चरित्र एक तरह से एक-दूसरे से मिलता है। सारी पार्टियां परिवारवादी हैं, सारी पार्टियां कहती हैं कि धारा 370 वापस लाएंगे। सारी पार्टियां तीन तलाक चाहती हैं। सारी पार्टियां भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई हैं।