मुंबई, 21 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में बादल फटने से बाढ़ जैसे हालात बन गए। अधिकारियों ने बताया कि कई जगहों पर लैंड स्लाइड हुआ। लोगों को वहां न जाने की सलाह दी गई है। वहीं, नेशनल हाइवे-415 पर जलभराव होने से कई वाहन फंसे हुए हैं। उधर, असम में करीब एक हफ्ते से बारिश हो रही है। सरकार के अधिकारियों ने 22 जून को बताया कि बाढ़ से 19 जिलों में करीब 4 लाख लोग प्रभावित हैं। इस साल बाढ़ और लैंडस्लाइड से मरने वालों का आंकड़ा 37 हो गया है। बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए सरकार ने 100 रिलीफ कैंप लगाए हैं। राहत सामग्री देने के लिए 125 सेंटर बनाए हैं। आपको बता दें, मानसून महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, गुजरात-महाराष्ट्र के कुछ हिस्से, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और पश्चिम बंगाल पहुंच चुका है। 3-4 दिन में इन राज्यों को पूरी तरह कवर कर लेगा। 27 जून तक मानसून दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में एंट्री ले सकता है और 3 जुलाई तक इन राज्यों को पूरी तरह कवर करके आगे बढ़ेगा। मानसून के साथ ही कुछ राज्यों में तेज गर्मी का दौर भी जारी है। हरियाणा और उत्तर प्रदेश में आज और कल लू चलने की संभावना है। पंजाब और दिल्ली में कल से 25 जून तक हीटवेव का अलर्ट है।
तो वहीं, मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश समेत 11 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इनमें मध्य प्रदेश का मालवा इलाके के अलावा गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल शामिल हैं। साथ ही, गृह मंत्री अमित शाह ने मानसून के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में आने वाली बाढ़ से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक की। इसमें गृह, जल संसाधन, नदी विकास, पृथ्वी विज्ञान, पर्यावरण, सड़क परिवहन मंत्रालयों और विभागों के सचिव, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष, NDMA के अधिकारी शामिल हुए।