मुंबई, 10 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। ओडिशा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने बहुमत हासिल किया है। राज्य की 147 सीटों में से बहुमत का आंकड़े 74 को पार करते हुए BJP ने 78 सीटें हासिल की। अब राज्य का सीएम कौन होगा, इसको लेकर कयास लगाए जाने शुरू हो गए हैं। पार्टी के तीन नेताओं सुरेश पुजारी, मनमोहन सामल और गिरीश मुर्मू के नाम सीएम की रेस में चल रहे हैं। इनमें भी सुरेश पुजारी सीएम पोस्ट के लिए मजबूत कैंडिडेट माने जा रहे हैं। सुरेश ब्रजराजनगर विधानसभा सीट से जीते हैं। वहीं, मनमोहन सामल ओडिशा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। वहीं, गिरीश मुर्मू को पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का करीबी बताया जाता है। पहले केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का नाम भी इस लिस्ट में शामिल था, लेकिन मोदी 3.0 कैबिनेट में उन्हें जगह दी गई। लिहाजा वे सीएम की रेस से बाहर हैं। तो वहीं, BJP ने ओडिशा के नए CM के चयन के लिए केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव को ओडिशा का पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। भाजपा के ओडिशा प्रभारी विजय पाल सिंह तोमर ने बताया कि पार्टी विधायक दल की मंगलवार 11 जून को बैठक होगी। नई सरकार का शपथ ग्रहण 12 जून को होगा।
आपको बता दें, भाजपा और BJD ने दो विधानसभा चुनाव (2000 और 2004) गठबंधन में लड़ा था। उस समय BJD, NDA की सबसे भरोसेमंद पार्टी मानी जाती थी। साल 2000 में BJD ने 68 और भाजपा ने 38 सीटें जीती थीं। 147 में से 106 सीटों के साथ दोनों पार्टियों ने पहली बार गठबंधन की सरकार बनाई और कांग्रेस को सत्ता से बेदखल किया। 2004 के चुनाव में भाजपा और BJD ने कुल 93 सीटें जीतीं। दोबारा सत्ता में आईं। ओडिशा में BJD साल 2000 से लगातार सत्ता में रही। BJD अध्यक्ष नवीन पटनायक 24 साल से मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने 5 मार्च 2000 को पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। तब से 2019 तक वे 5 बार से ओडिशा के CM हैं। सिक्किम के पूर्व CM पवन चामलिंग (24 साल और 165 दिन) के बाद नवीन पटनायक (24 साल और 83 दिन) सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री पद पर रहने वाले देश के दूसरे नेता हैं। अगर फिर से BJD की सरकार बनती तो नवीन पटनायक सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री बनने वाले नेता होते।