राजस्थान में विधानसभा चुनाव के चलते इस बार नए-नए रंग देखने को मिल रहे हैं. इस बार सत्ता की चाह में रिश्तों पर सियासत भारी पड़ रही है. कहीं पति-पत्नी मैदान में हैं तो कहीं बेटी पिता के खिलाफ चुनाव लड़ रही है. इस बार राजनीति को लेकर कई जगहों पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा. जिसे लेकर राजनीति में जबरदस्त बहस चल रही है. चुनाव के दौरान लोग रिश्तों में प्रतिस्पर्धा को उत्सुकता से देखते हैं। लोग चर्चा कर रहे हैं कि इन विधानसभा सीटों का चुनाव परिणाम क्या होगा?
अलवर में बेटी ने पिता के खिलाफ खोला मोर्चा
अलवर ग्रामीण विधानसभा सीट इन दिनों चर्चा में है. इस चुनाव में उनकी ही बेटी मीना कुमारी बीजेपी उम्मीदवार जयराम जाटव के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रही हैं. बताया जा रहा है कि पिता-पुत्री के बीच पुराना विवाद चल रहा है. इसलिए रिश्तों की ये लड़ाई अब चुनाव मैदान में भी दिखेगी.
धौलपुर सीट पर भाई-भाभी चुनावी मैदान में
धौलपुर विधानसभा सीट पर जीजा-साली एक दूसरे के खिलाफ दिलचस्प मुकाबले में हैं. जिसमें कांग्रेस के टिकट पर बैठीं निर्दलीय विधायक शोभा रानी कुशवाह अपने देवर बीजेपी प्रत्याशी शिवचरण कुशवाह को चुनावी मैदान में टक्कर दे रही हैं.
खंडहर में पिता-पुत्र के बीच चुनावी दंगल खेला जाएगा
सवाई माधोपुर की खंडार विधानसभा से इस बार भी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है. यहां भी कांग्रेस प्रत्याशी अशोक बैरवा को अपने पिता डालचंद से निर्दलीय चुनौती मिल रही है. इस सीट पर सियासत की नजर है.
दांतारामगढ़ से पति-पत्नी एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं
अब तक का सबसे दिलचस्प मुकाबला दांतारामगढ़ विधानसभा सीट पर देखने को मिल रहा है. जिसमें पति-पत्नी एक दूसरे के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं. यहां से कांग्रेस प्रत्याशी विजेंद्र सिंह का मुकाबला अपनी ही पत्नी जननायक पार्टी से रीता चौधरी से है. पता चला है कि पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ था.
बस्सी विधानसभा सीट से पूर्व आईएएस-आईपीएस के रिश्तेदारों में मुकाबला
इसी तरह पूर्व आईएएस चंद्र मोहन मीना बस्सी बीजेपी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. जबकि उनके रिश्तेदार और दोस्त पूर्व आईपीएस लक्ष्मण मीणा ने कांग्रेस से टिकट लेकर उन्हें हरा दिया है. आपको बता दें कि लक्ष्मण मीना बस्सी विधानसभा के मौजूदा विधायक भी हैं. पिछली बार उन्होंने इसी सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था. लेकिन भारी अंतर से जीत गए.
एक संभ्रांत विधानसभा सीट को लेकर चाचा-भतीजे में लड़ाई है
संजीव बेनीवाल भादरा विधान सभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि उनके भतीजे अजीत बेनीवाल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. इसी तरह मनीषा गुर्जर खेतड़ी विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं जबकि उन्हें बीजेपी के टिकट पर चाचा धर्मपाल चुनौती दे रहे हैं. नागौर सीट पर भी ज्योति मिर्धा बीजेपी के टिकट पर हैं जबकि कांग्रेस ने उनके चाचा हरेंद्र मिर्धा को टिकट देकर मैदान में उतारा है.