मध्य प्रदेश में चुनावी खेल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे बागियों को मनाने में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही कई जगहों पर नाकाम रही हैं. नामांकन पत्र वापस लेने की तिथि के बाद कई विधानसभा क्षेत्रों में त्रिकोणीय मुकाबला तय हो गया है. राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में बागी उम्मीदवार बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए मुसीबत बन गए हैं, ऐसे में दोनों पार्टियों के प्रमुख नेताओं ने बागियों को मनाने की कोशिश की है. कई जगहों पर जहां बड़े नेता बागियों को मनाने में सफल रहे, वहीं कई ने नेताओं की बात मानने से इनकार कर दिया. सबसे पहले बात करते हैं कांग्रेस के बागियों की.
बीजेपी की लिस्ट
बीजेपी की बात करें तो बुरहानपुर से भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह, टीकमगढ़ से पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. मुरैना सीट से भाजपा के पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह के बेटे राकेश सिंह बसपा से मैदान में हैं. कटनी की बड़वारा सीट से पूर्व मंत्री मोती कश्यप सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. इसी तरह निवाड़ी विधानसभा सीट से नंदराम कुशवाहा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया है.
शेखर चौधरी नरसिंहपुर की गोटेगांव विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं. इस बीच भोपाल उत्तर से कांग्रेस प्रत्याशी के चाचा आमिर अकील मैदान में हैं. इसके अलावा, पूर्व कांग्रेस सांसद प्रेमचंद गुड्डु, रतलाम के आलोट से और राजेंद्र सिंह सोलंकी, उज्जैन के बड़नगर से चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा जबलपुर की बरगी सीट से पूर्व विधायक के बेटे जयकांत सिंह और सिवनी की मालवा सीट से पूर्व विधायक ओम प्रकाश रघुवंशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
कांग्रेस की लिस्ट
दरअसल, कांग्रेस के बागियों की बात करें तो कई नाम हैं. नरसिंहपुर की गोटेगांव विधानसभा सीट से शेखर चैधरी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं भोपाल उत्तर से कांग्रेस प्रत्याशी के चाचा आमिर अकील मैदान में हैं. इसके अलावा रतलाम के आलोट से कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू, उज्जैन के बड़नगर से राजेंद्र सिंह सोलंकी चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा जबलपुर की बरगी सीट से पूर्व विधायक के पुत्र जयकांत सिंह और सिवनी मालवा सीट से पूर्व विधायक ओम प्रकाश रघुवंशी ताल ठोक रहे हैं.
बीजेपी की बात करें तो बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह और टीकमगढ़ के पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव बुरहानपुर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. भाजपा के पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह के बेटे राकेश सिंह बसपा से मुरैना सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व मंत्री मोती कश्यप कटनी की बड़वारा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इसी तरह निवाड़ी विधानसभा सीट से नंदराम कुशवाह ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है. प्रदेश में बागियों को मनाने की बात करें तो बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां आधा दर्जन जगहों पर अपने बागियों को मनाने में कामयाब हो गई हैं.