मिजोरम में विधानसभा चुनाव नतीजों की तारीख बदलने की मांग की गई है. ईसाई बहुल राज्य में भाजपा, कांग्रेस और सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट सहित सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर विधानसभा चुनाव की गिनती की तारीख में बदलाव की मांग की है। सभी का तर्क है कि रविवार ईसाइयों के लिए एक विशेष दिन है और उस दिन विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, इसलिए उस दिन को गिना नहीं जाना चाहिए।
मिजोरम में 87 फीसदी ईसाई
2011 की जनगणना के अनुसार, मिजोरम में ईसाइयों की आबादी लगभग 87 प्रतिशत है। चुनाव आयोग को पत्र लिखने वालों में जोराम पीपुल्स मूवमेंट और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस भी शामिल हैं. इसके अलावा राज्य के प्रमुख चर्चों के समूह मिजोरम कोहरान ह्रुएटुटे कमेटी (एमकेएचसी) ने भी चुनाव आयोग को पत्र भेजकर वोटों की गिनती की तारीख बदलने का अनुरोध किया है. बीजेपी ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर वोटों की गिनती की तारीख टालने का अनुरोध किया है.
वोटों की गिनती 4 दिसंबर को करने की मांग
सत्तारूढ़ एमएनएफ ने मांग की है कि मतगणना की तारीख 4 दिसंबर यानी सोमवार को पुनर्निर्धारित की जाए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लाल सावता ने अपने पत्र में कहा है कि रविवार मिजोरम के लोगों के लिए एक पवित्र दिन है और इस दिन यहां कोई आधिकारिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाता है. उन्होंने आयोग से इसे सोमवार और शुक्रवार के बीच किसी भी दिन पुनर्निर्धारित करने का अनुरोध किया है।आपको बता दें कि इसी सोमवार को मिजोरम, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की गई थी. 40 सदस्यीय मिजोरम विधानसभा के लिए मतदान 7 नवंबर (मंगलवार) को और वोटों की गिनती 3 दिसंबर (रविवार) को होनी है।