छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की जीत में वोट शेयरिंग का बड़ा योगदान है. भाजपा ने राज्य में बड़ी बढ़त दर्ज की और 46.27 प्रतिशत वोट हासिल किए, जबकि कांग्रेस पार्टी 42.23 प्रतिशत वोटों के साथ भाजपा से पीछे रही। चुनाव आयोग के आंकड़े बताते हैं कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में जिस पार्टी को वोट शेयर मिला है, उसकी सरकार बन रही है. यही वजह है कि बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में 54 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस पार्टी सिर्फ 35 सीटों तक ही पहुंच पाई है.
90 सीटों पर 1,118 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा
छत्तीसगढ़ राज्य की 90 विधानसभा सीटों पर 1,118 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई. छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान हुआ. पहले चरण में 7 नवंबर को मतदान हुआ था जिसमें 223 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था. जबकि 17 नवंबर को दूसरे चरण में 958 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला हो गया. राज्य में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच था. वहीं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और बहुजन समाज पार्टी ने भी अपनी किस्मत आजमाई. इसके अलावा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और हमर राज पार्टी समेत वामपंथी पार्टियों ने भी चुनाव में हिस्सा लिया.
भूपेश बघेल पर लगाए गए आरोप
चुनाव के दौरान बीजेपी ने कांग्रेस के सीएम भूपेश बघेल पर बड़े आरोप लगाए. बाघेल पर महादेव सट्टेबाजी ऐप से रु. 500 करोड़ और किसी तरह पाटन सीट से जीतने में कामयाब रहे. बीजेपी ने भूपेश बघेल के भतीजे विजय बघेल को टिकट दिया और भूपेश 19,723 वोटों से जीतने में कामयाब रहे. बीजेपी के सीएम उम्मीदवार रमन सिंह भी चुनाव जीत गए हैं. रमन सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी पर बड़ी जीत दर्ज की और गिरीश देवांगन को करीब 45 हजार वोटों से हराया. रायपुर में भी बीजेपी की जीत हुई है. रायपुर की चारों विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल कर ली है.