भजनलाल शर्मा को राजस्थान का नया मुख्यमंत्री चुना गया है. यह घोषणा मंगलवार को विधायक दल की बैठक में की गयी. भरतपुर के रहने वाले भजनलाल शर्मा पिछले 7 साल से बीजेपी के प्रदेश महामंत्री की भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने जयपुर की सांगानेर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, जहां उन्होंने पहली बार जीत हासिल की और सीएम पद तक पहुंचे। भजनलाल शर्मा समेत राजस्थान मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह 15 दिसंबर को एसएमएस स्टेडियम में होगा. भजनलाल शर्मा के साथ इस दिन का बेहद खास संयोग जुड़ा है।
आपको अपने जन्मदिन पर सबसे बड़ा उपहार मिलेगा
राजस्थान के नवनिर्वाचित भाजपा विधायक दल के नेता श्री @BhajanlalBjp का परिचय। pic.twitter.com/NHFOEq01xg
— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) December 12, 2023
दरअसल, भजनलाल शर्मा का जन्मदिन भी 15 दिसंबर को होता है. ऐसे में ये दिन उनके लिए बेहद खास हो गया है. इस दिन राज्य के सर्वोच्च पद की शपथ लेना उनके लिए एक बड़ा उपहार होगा। भजनलाल शर्मा का जन्म भरतपुर के नदबई तालुके के अटारी गांव में एक साधारण परिवार में हुआ था। इसके बाद उन्होंने छात्र राजनीति में सरपंच से लेकर संगठन तक बड़े मुकाम हासिल किए। अब वह सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं. माना जा रहा है कि राजस्थान की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे. इस कार्यक्रम की तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं.
पीछे की कतार से भजनलाल आगे आये
इस बार भी बीजेपी ने राजस्थान में सीएम का ऐलान कर चौंका दिया है. फोटो सेशन में भजनलाल शर्मा सबसे पीछे की कतार में खड़े थे, लेकिन जल्द ही सीएम पद के दावेदार बन गए. भजनलाल के साथ-साथ राज्य में दो उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं. बीजेपी ने जहां सीएम का चेहरा लेकर ऊंची जातियों को आकर्षित करने की कोशिश की, वहीं दूसरी ओर दो उपमुख्यमंत्रियों दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवाना के नाम की घोषणा कर जातीय संतुलन भी बनाया.
हालाँकि, भजनलाल शर्मा के मुख्यमंत्री बनने के बाद, राजस्थान में ब्राह्मण प्रमुख पदों पर मौजूद हैं। ब्राह्मण चेहरे के तौर पर राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्य सचिव उषा शर्मा, डीजीपी उमेश मिश्र मौजूद हैं. उषा शर्मा को गहलोत सरकार ने छह महीने का एक्सटेंशन दिया था.