केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार (23 दिसंबर) को दोपहर 2 बजे पार्टी पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगे. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक के अहम मुद्दों में लोकसभा चुनाव 2024 की अहम रणनीति और राम मंदिर के उद्घाटन पर भी चर्चा होगी.अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर भी विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाएगी. सूत्रों के मुताबिक, राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए बीजेपी के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को तैनात किया जाएगा. जिसके तहत उस दिन देश के हर मंदिर में पूजा और कीर्तन का आयोजन किया जाएगा.
अमित शाह ने कहा- समाज का समाधान गीता में है
संत हरियाणा में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में एक सम्मेलन में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि समाज की समस्याओं का समाधान भगवत गीता में है और इसका संदेश दुनिया के हर कोने तक पहुंचना चाहिए. उन्होंने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गीता महोत्सव आयोजित करने की इच्छा व्यक्त की थी और 2016 से यह महोत्सव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जा रहा है.
घोषणापत्र में भारत की महान संस्कृति का भी जिक्र है.
अमित शाह ने कहा कि बीजेपी अपना चुनावी घोषणा पत्र इस विश्वास के साथ लाती है कि देश की महान संस्कृति को हमेशा आगे बढ़ाया जाए. शाह ने कहा कि देश की महान संस्कृति को मार्गदर्शक मानकर नीतियां तय की गई हैं। उन्होंने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बारे में भी बात की और कहा कि इसके निरस्त होने से जम्मू-कश्मीर का भारतीय संघ में पूर्ण एकीकरण संभव हो सका।
कब शुरू हुआ राम मंदिर का निर्माण?
मोदी के कार्यकाल के दौरान, राम मंदिर (अयोध्या, उत्तर प्रदेश में) का निर्माण शुरू हुआ और अब भगवान राम की मूर्ति का अभिषेक 22 जनवरी को होगा। उन्होंने उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल लोक कॉरिडोर और कश्मीर में माता सारदा देवी मंदिर के उद्घाटन के बारे में भी बात की। गृह मंत्री ने नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में तमिलनाडु के ऐतिहासिक राजदंड 'सेन्गोल' की स्थापना का भी उल्लेख किया।