Green Chilli Price Hike: तगड़ा झटका आम आदमी कोट, माटर के बाद अब मिर्ची का दाम 400 रूपये किलो तक पहुंचा

Photo Source :

Posted On:Tuesday, July 4, 2023

हरी मिर्च की कीमत में बढ़ोतरी: देश की सब्जी मंडियां इन दिनों सुर्खियों में हैं। हरी सब्जियों और फलों के दाम खबरें बन रहे हैं. टमाटर के दाम पिछले कई दिनों से चर्चा का विषय बने हुए हैं. सस्ते टमाटर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कई राज्यों की सरकारों को हस्तक्षेप करना पड़ा है। हाल ही में टमाटर वाला मामला मिर्च का भी होता नजर आ रहा है। विभिन्न सब्जी मंडियों में मिर्च की कीमतें 400 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं. जिससे आम लोग परेशान हैं.

हरी मिर्च की कीमत: टमाटर के बाद अब मिर्च रुलाएगी, जल्द बढ़ सकते हैं दाम, बारिश बनी वजह टमाटर-मिर्च के साथ-साथ अन्य सब्जियां भी कीमत के मामले में तेजी पकड़ रही हैंआलू, प्याज, बैंगन, धनिया, अदरक जैसी रसोई की जरूरी चीजों के दाम पसीने छुड़ा रहे हैं. बाजारों में इसकी खरीदारी बहुत सीमित हो गई है.

लोगों का कहना है कि सब्जियों की आसमान छूती कीमतों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है. अब सब्जी मंडी में जाने से पहले सोचना पड़ेगा। मिर्च के दाम हुए लाल मिर्च के बिना सब्जी की कल्पना करना मुश्किल है। लेकिन इसकी खुदरा कीमत 400 के पार जाती दिख रही है. देश की ज्यादातर सब्जी मंडियों में हरी मिर्च की कीमत 350 से 400 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. राजधानी लखनऊ की सब्जी मंडियों में इस समय हरी मिर्च की कीमत 150 से 200 रुपये प्रति किलो के बीच है. वहीं, चेन्नई में यह 200 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में हरी मिर्च ने 400 के आंकड़े को छू लिया है।

टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी कानपुर में: टमाटर ने बिगाड़ा रसोई का बजट, बारिश के कारण कीमतों में भारी उछाल, कीमतों से तत्काल राहत नहीं सब्जी व्यापार से जुड़े लोगों की मानें तो माना, फिलहाल राहत की कोई उम्मीद नहीं है। आने वाले दिनों में सभी सब्जियों के दाम में और बढ़ोतरी हो सकती है. अगले 15 दिनों में कीमत और बढ़ेगी. 15 अगस्त के बाद कीमतों में नरमी आने की संभावना है। देश की सब्जी मंडियों में इस समय ज्यादातर सब्जियां 100 रुपये प्रति किलो से ऊपर बिक रही हैं।

टमाटर और हरी मिर्च की तरह अदरक के दाम भी 350-400 रुपये तक पहुंच गए हैं. कीमतों में आग क्यों लगी हुई है? बारिश का मौसम हर बार गर्मी से राहत के साथ-साथ महंगाई का झटका भी लेकर आता है। आमतौर पर मानसून की शुरुआत के साथ ही सब्जियों की कीमतें बढ़ने लगती हैं क्योंकि बारिश के कारण बाजार में फसलों की आवक कम हो जाती है। हरी मिर्च की बढ़ी कीमतों के पीछे भी यही वजह है. मंडियों में हरी मिर्च की ज्यादातर सप्लाई आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से होती है.

लेकिन बारिश के कारण फिलहाल इन राज्यों से माल मंडियों तक नहीं पहुंच पा रहा है, जिससे मांग और आपूर्ति में भारी अंतर पैदा हो गया है. बारिश के कारण फसलों को भी नुकसान हो रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार आंध्र में पैदावार भी कम हुई है. दरअसल, पिछली बार किसानों को घाटा हुआ था, इसलिए इस बार उन्होंने दूसरी फसलों की ओर रुख कर लिया. बाजार में हरी मिर्च की नई फसल आने के बाद ही कीमतों में नरमी आने की संभावना है.


जमशेदपुर और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. jamshedpurvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.