अमेरिका में ट्रंप टैरिफ विवाद और भारत में GST दरों में बदलाव के चलते सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। आज 6 सितंबर 2025, लगातार दूसरे दिन सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जहां सोना 65 रुपये से लेकर 8700 रुपये तक महंगा हुआ है, वहीं चांदी की कीमतों में भी 2 रुपये प्रति ग्राम की बढ़ोतरी हुई है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आज 18 कैरेट, 22 कैरेट और 24 कैरेट का सोना और चांदी आपको कितने रुपये में मिलेगी, और यह बदलाव किन कारणों से हुए हैं।
 24 कैरेट सोने की कीमतें
बीते दिन यानी 5 सितंबर को 24 कैरेट सोने की कीमत 1 ग्राम के लिए ₹10,762 थी।
 22 कैरेट सोने की कीमतें
5 सितंबर को रेट था ₹9,865 प्रति ग्राम।
 18 कैरेट सोने की कीमतें
कल का भाव था ₹8,072 प्रति ग्रामचारों महानगरों में सोने के रेट
	
		
			| शहर | 24 कैरेट (₹/ग्राम) | 22 कैरेट (₹/ग्राम) | 18 कैरेट (₹/ग्राम) | 
	
	
		
			| दिल्ली | ₹10,862 | ₹9,960 | ₹8,149 | 
		
			| मुंबई | ₹10,849 | ₹9,945 | ₹8,137 | 
		
			| कोलकाता | ₹10,849 | ₹9,945 | ₹8,137 | 
		
			| चेन्नई | ₹10,915 | ₹10,005 | ₹8,285 | 
	
🪙 चांदी की कीमतों में भी उछाल
चांदी के रेट भी आज बढ़े हैं। 6 सितंबर को चांदी 2 रुपये प्रति ग्राम महंगी हुई है।
	
		
			| मात्रा | आज का रेट (₹) | कल का रेट (₹) | अंतर (₹) | 
	
	
		
			| 1 ग्राम | ₹128 | ₹126 | +2 | 
		
			| 8 ग्राम | ₹1,024 | ₹1,008 | +16 | 
		
			| 10 ग्राम | ₹1,280 | ₹1,260 | +20 | 
		
			| 100 ग्राम | ₹12,800 | ₹12,600 | +200 | 
		
			| 1 किलो | ₹1,28,000 | ₹1,26,000 | + 
 
 
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	अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनिश्चितता और ट्रंप टैरिफ विवाद ने कीमती धातुओं की मांग बढ़ा दी है। 
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	GST दरों में बदलाव के कारण भारत में सोने और चांदी की लागत में बढ़ोतरी हुई है। 
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	त्योहारी सीजन की शुरुआत और आगामी शादियों की वजह से घरेलू मांग भी तेज हुई है। 
 निवेश या खरीददारी? ये समय कैसा है?
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने-चांदी की कीमतों में और उछाल आ सकता है। अगर आप निवेश करना चाहते हैं, तो यह समय अच्छा हो सकता है, लेकिन खरीदारी से पहले दैनिक रेट जरूर चेक करें।
निष्कर्ष:
6 सितंबर को सोने और चांदी की कीमतों में तेज बढ़ोतरी देखी गई है। चाहे आप ज्वेलरी खरीदने की योजना बना रहे हों या निवेश करने की, आज के ताजा रेट और बाजार की स्थिति को समझना जरूरी है। टैक्स बदलाव और अंतरराष्ट्रीय तनाव के चलते कीमती धातुओं की कीमतें फिलहाल अस्थिर बनी रहेंगी।