आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में हम में से कई लोग केवल वर्तमान की जरूरतों को पूरा करने में ही व्यस्त रहते हैं। लेकिन, सिर्फ आज के बारे में सोचने वाले लोग भविष्य की आर्थिक तैयारियों में पीछे रह जाते हैं। ऐसे में जब कोई आकस्मिक जरूरत सामने आती है या रिटायरमेंट का समय आता है, तो आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। इसीलिए जरूरी है कि आज की कमाई में से थोड़ा-थोड़ा बचाकर सुरक्षित और सुनियोजित निवेश किया जाए, ताकि आने वाला कल आर्थिक रूप से सुरक्षित बन सके।
अगर आप उन लोगों में से हैं जो रिस्क से बचना चाहते हैं और एक सरकारी, सुरक्षित और निश्चित लाभ वाली योजना में निवेश करना चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस की टाइम डिपॉजिट (Post Office Time Deposit - TD) स्कीम आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है।
क्या है पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम?
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट योजना एक प्रकार की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) स्कीम है, जो पूरी तरह से सरकार द्वारा समर्थित है। इसमें आप एक निश्चित समय के लिए एक निश्चित राशि निवेश करते हैं और उस पर तय दर से ब्याज प्राप्त करते हैं। यह योजना न केवल सुरक्षित है, बल्कि यह ग्रामीण और शहरी – दोनों क्षेत्रों में लोगों के बीच लोकप्रिय है।
आप इसमें 1 साल, 2 साल, 3 साल और 5 साल की अवधि के लिए निवेश कर सकते हैं। खास बात यह है कि 5 साल की योजना पर आयकर की धारा 80सी के तहत टैक्स में छूट भी मिलती है।
टाइम डिपॉजिट पर ब्याज दरें क्या हैं?
वर्तमान में पोस्ट ऑफिस TD स्कीम में ब्याज दरें इस प्रकार हैं:
ब्याज दरें सरकार द्वारा हर तिमाही रिवाइज की जाती हैं, लेकिन आमतौर पर यह बैंक FD की तुलना में अधिक स्थिर होती हैं।
कौन कर सकता है निवेश?
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भारत का कोई भी नागरिक इस स्कीम में निवेश कर सकता है।
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18 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्ति खाता खोल सकते हैं।
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इसमें सिंगल या जॉइंट अकाउंट की सुविधा होती है, जिसमें 3 लोग तक शामिल हो सकते हैं।
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माता-पिता अपने बच्चों के नाम पर भी निवेश कर सकते हैं।
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यह स्कीम बच्चों के भविष्य के लिए बचत का भी बेहतर जरिया है।
नतम और अधिकतम निवेश सीमा
इस स्कीम में सालाना ब्याज मिलता है और 5 साल की योजना लेने पर टैक्स छूट भी मिलती है, जो इसे और भी फायदेमंद बनाती है।
निवेश की प्रक्रिया क्या है?
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नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाएं।
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अगर आपके पास पोस्ट ऑफिस का सेविंग अकाउंट नहीं है, तो पहले वह खुलवाएं।
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टाइम डिपॉजिट फॉर्म भरें – जिसमें आपका नाम, पता, मोबाइल नंबर, निवेश की अवधि, और राशि शामिल होनी चाहिए।
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KYC दस्तावेज़ (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड) साथ लेकर जाएं।
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निवेश की राशि नकद, चेक या पोस्ट ऑफिस अकाउंट से ट्रांसफर की जा सकती है।
टाइम डिपॉजिट स्कीम क्यों है बेहतर?
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सरकारी गारंटी के कारण इसमें रिस्क लगभग न के बराबर है।
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फिक्स्ड रिटर्न के कारण बाजार की अस्थिरता का असर नहीं पड़ता।
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साधारण प्रक्रिया और भारत के हर कोने में उपलब्धता इसे आम आदमी के लिए सुलभ बनाती है।
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टैक्स बचत का मौका 5 साल के प्लान में शामिल है।